* उत्तराखंड वाल्मीकि समाज कल्याण समिति ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
* ऐसे घृणित कार्य करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए : डा. बबीता सहोत्रा आनंद
देहरादून, 22 सितंबर। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में वाल्मीकि समाज की एक युवती के साथ सामूहिक दुराचार के विरोध में दून में भी गुस्सा है।
पीड़िता को न्याय दिलाने और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर उत्तराखंड वाल्मीकि समाज कल्याण समिति ने जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है।
उत्तराखण्ड वाल्मीकि समाज कल्याण समिति की प्रदेश अध्यक्ष डा. बबीता सहोत्रा आनंद के नेतृत्व में जिलाधिकारी देहरादून के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया गया।
उन्होंने मांग की कि गांव भूलगढ़ी थाना चंदपा जिला हाथरस में वाल्मीकि समाज के बेटी के साथ हुई सामूहिक बलात्कार एवं जान से मारने की कोशिश, अंग भंग व उत्पीड़न के आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए। पीड़िता का अच्छे अस्पताल में इलाज करवाया जाए और उसके परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
इस मौके पर बबीता सहोत्रा ने कहा कि 17 सितंबर को हुई उक्त घटना में राज्यपाल से मांग की कि पीड़िता को जान से मारने वाले लोगों पर कड़ी से कड़ी कर्रवाही की जाए।
क्योंकि आरोपियों ने पीड़िता के साथ बलात्कार कर उसकी जीभ काट दी तथा उसकी हडिडयां तोड़ दी गई। अभी तक इस घटना में सिर्फ एक व्यक्ति को गिरफतार किया गया है। बाकी खुले घूम रहे हैं।
बबीता ने मांग की कि पीड़िता का अच्छे अस्पताल में इलाज करवाया जाए तथा उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान कर मुआवजा दिया जाए।
इस अमानवीय दुष्कर्म की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी व्यक्तियों को मृत्यु दंड दिया जाए ताकि कोई भी इस तरीके का घृणित कृत्य किए जाने से पहले दस बार सोचे।
इस घटना से वाल्मीकि समाज के रोष है। इस घटना के दोषियों को जल्द गिरफतार कर कड़े से कड़ा दण्ड दिया जाए। उन्होंने कहा कि इस घटना से समाज बहुत आहत है।
इस अवसर पर पार्षद योगेश घाघट, जौनी गाडियाल, सचिन, कोषाध्यक्ष अजय घाघट, सुभाष, प्रेम राज, राजीव गोदियाल, धीरज, रविंद्र, राकेश चडडा, नितिन, सत्पाल आदि लोग मौजूद थे।