2 अक्टूबर को काला दिवस मनाने गैरसैंण पहुंचेंगे उक्रांद कार्यकर्ता

 


                           


देहरादून, businessthought.page 



      उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष पूर्व काबीना मंत्री दिवाकर भट्ट ने दल के केंद्रीय कार्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि दल ने जब राज्य की परिकल्पना हेतु प्रदेशभर में लोगों को साथ लेकर राज्य प्राप्ति हेतु लम्बे आन्दोलन की अलख जगाई थी तो उसके लिए उत्तराखंड के दोनों मंडलों के मध्य गैरसैंण में वर्ष 1992 में राज्य की राजधानी हेतु शिलान्यास किया था कि अलग उत्तराखंड राज्य बनने के बाद राज्य की स्थाई राजधानी गैरसैंण होगी। 



        भट्ट ने कहा की दल 2 अक्टूबर को अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती को वर्ष 1994 को अलग राज्य की मांग को लेकर दिल्ली कूच कर रहे व अहिंसा के पथ पर चल रहे उत्तराखंडियों पर तत्कालीन केन्द्र की नरसिम्हा रावत व उत्तर प्रदेश की मुलायम सिंह यादव सरकार द्वारा रामपुर तिराहे पर आन्दोलनकारियों के दमन के विरोध में गैरसैंण में काला दिवस मनाएगा।



      भट्ट ने कहा कि जनपद हरिद्वार के कार्यकर्ता रामपुर तिराहा के नजदीक उत्तराखंड राज्य प्राप्ति हेतु दिल्ली जा रहे हैं। उत्तराखंड के शहीदों की स्मृति में बने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने नारसन जायेंगे तथा हरिद्वार को छोड़कर अन्य सभी 12 जनपदों के कार्यकर्ता आगामी माह की 2 तारीख को गैरसैंण पहुचेंगे। 



        इस अवसर पर दल के वरिष्ठ केंद्रीय उपाध्यक्ष एन के गुसाईं ने कहा कि जब दल ने वर्ष 1992 में गैरसैंण को राज्य की राजधानी के रूप में शिलान्यास किया था तो तभी दल को अपना केंद्रीय कार्यालय भी वहां स्थापित कर देना चाहिए था।


 



लेकिन किन्ही कारणों से यह हो न सका, दल आगामी 2 अक्टूबर को राज्य की राजधानी गैरसैण में अपने केंद्रीय कार्यालय का उद्घाटन करेगा। 


 



दल के सभी नए व पुराने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि कि वह भारत सरकार की कोविड-19 की गाइडलाइन को पूरी तरह से फॉलो करते हुए 2 अक्टूबर को भारी संख्या में गैरसैंण पहुंचे। 



       इस अवसर पर दल के संरक्षक त्रिवेन्द्र सिंह पवार, पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी, वरिष्ठ नेता ए पी जुयाल, महानगर अध्यक्ष सुनील ध्यानी, प्रताप सिंह कुंवर,धर्मेंद्र कठैत उत्तम सिंह रावत अनिल डोभाल,बिजेन्द्र सिंह रावत समीर मुखर्जी अमित वर्मा सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।