पर्यूषण पर्व का पांचवा दिन : प्रिय वचन बोलना है उत्तम सत्य धर्म

                               



देहरादून, businessthought.page दिगंबर जैन समाज के पर्वाधिराज पर्युषण पर्व का आज पाँचवा दिन है और दस लक्षण धर्म का आज "उत्तम सत्य धर्म" का दिन है.


 


*उत्तम सत्य* यथार्थ बोलना "सत्य" है. दूसरों के मन में संताप उत्पन्न करने वाले, निष्ठुर और कर्कश, कठोर वचनों का त्याग कर, सबके हितकारी और प्रिय वचन बोलना "उत्तम सत्य" धर्म है.


                             


अप्रिय शब्द भी असत्य की कोटि में आ जाता है। इसी तरह रोजाना की तरह पूजन प्रक्षाल आदि किये गए जिसमे शांतिधारा का परम सुअवसर संदीप जैन सहारनपुर वालो को ओर प्रक्षाल करने का प्रथम कलश अनुज न्यू पटेल नगर को प्राप्त हुआ ।


 


 


जिसमें सभी सामाजिक दूरी और  शासन प्रशासन के आदेश द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन सभी के द्वारा  पूर्णतया किया जा रहा है।


 


भव्य कार्यक्रम करोना वैश्विक माहमारी के चलते पूर्णतया स्थगित किए गए हैं, जिसमे सभी जैन बंधु अपने-अपने घरों में नित्य पूजन कर रहे हैं और भगवान की आराधना कर रहे हैं।


                             


सामाजिक दूरी का पालन करते हुए संध्या कालीन आरती भी नित्य प्रतिदिन जैन धर्मशाला में सीमित लोगों के साथ ही जा रही है। 



इस अवसर पर जैन भवन मंत्री संदीप जैन, प्रवीण जैन मुकेश जैन सुरेश जैन उमा जैन राजीव जैन मधु जैन उपस्थित रहे।