हे ! जिनेंद्र देव हम सब के बुरे कर्मों का नाश करो...

                               


देहरादून, businessthought.page आज पर्यूषण पर्व के अवसर पर श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर जैन भवन ६० गांधी रोड देहरादून में सुगंध दशमी के पावन पर्व पर मंदिर में धूप खेवन का आयोजन किया गया। जैन समाज के नागरिकों ने प्रतिभाग किया।


 


आज उत्तम संयम धर्म के अवसर पर श्री जी की शांति धारा का सौभाग्य राजीव जैन (भारत कंस्ट्रक्शन) एवं प्रवीन (जैन बर्तन वाले) एवं प्रथम कलश मुकेश जैन (रोडवेज वालो) को मिला।


 


इस पर भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय महामंत्री नरेश चंद जैन ने उत्तम संयम धर्म के बारे में कहा कि *उत्तम संयम धर्म* पर्युषण पर्व का छटा धर्म है।


 


उत्तम संयम हमको यही कहता है कि जैसे घोड़े पर लगाम नहीं लगी हो तो घोड़ा अपने ऊपर सवार व्यक्ति को नीचे गिरा देता है उसी तरह जीवन में इस मन को वश में रखना बहुत जरुरी है नहीं तो जीवन नरक बन जाता है। 


 
संयम ही जीवन का श्रृंगार है। मनुष्य संयम धारण कर सकता है, इसलिए समस्त जीवों में वह श्रेष्ठ है। इस अवसर पर जैन भवन मंदिर के संदीप जैन ने कहा कि संयमित जीवन सफल जीवन का आधार है इसलिए जीवन में संयम होना अति आवश्यक है।


 


उन्होंने कहा जीवन में संयम नहीं, उसका जीवन बिना ब्रेक की गाड़ी जैसा है। आज इस धरती पर हमारे संत साधुओं ने संयम को धारण किया है और अपने वीतरागी स्वरुप मे रह के जैनागम का मान बढाया है।


 


इस अवसर पर केंद्रीय महिला संयोजिका मधु जैन ने धूप दशमी की बधाई देते हुए कहा कि यह धूप अनल में खेलने से कर्मों को नहीं जलाएगी निज में निज की शक्ति ज्वाला जो राग और द्वेष नशायेगी।


 


हे जिनेंद्र देव हम सब के दुष्कर्म का नाश करो और धूप की तरह जीवन में सुगंध भरो। इस अवसर पर जैन भवन मंत्री संदीप जैन, आरके जैन, निधि जैन, कमलेश जैन, अर्जुन जैन, आशीष जैन, जूली जैन, सुधीर जैन, अमित जैन, लोकेश जैन, सुनील जैन (बस वाले) आदि उपस्थित रहे।