देहरादून (ऋषिकेश)। कुशुम पत्नी भोपाल सिंह निवासी चन्द्रेश्वरनगर ऋषिकेश ने बीती 10 जुलाई को सूचना दी कि कि मेरा बेटा नरेन्द्र राठी उम्र 37 वर्ष निवासी बापूग्राम ऋषिकेश दिनांक 1 जुलाई से लापताा है।
इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर गुमशुदा नरेन्द्र राठी के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर पता चलाा कि उसका मोबाईल फोन कई दिन से खराब था तथा उसका सिम नम्बर बन्द था। नरेन्द्र के मोबाईल नम्बर की काॅल डिटेल मंगाने पर उसका फोन दिनांक 27.06.2020 को ऋषिकेश में ही बन्द हो गया था।
पुलिस के मुताबिक गुमशुदा नरेन्द्र राठी की तलाश हेतु फोटो पम्पलेट तैयार कर नरेन्द्र राठी के दोस्तो व जान पहचान वालों के लगातार सम्पर्क में रहकर भी जानकारी एकत्रित की गयी। त्रिवेणी घाट पर नियुक्त जल पुलिस के माध्यम से भी बैराज तक गंगाजी के किनारे तलाश करवाया गया परन्तु गुमशुदा के बारे में कोई जानकारी नही मिल पायी।
पुलिस के मुताबिक इसके बाद जांच में उस समय नया मोड़ आ गया, जब 20.07.2020 को पूजा राठी ने आईडीपीएल पुलिस चौकी पर जाकर बताया कि मेरे मोबाईल नम्बर पर मेरे पति नरेन्द्र राठी ने अपने नम्बर से शराब के नशे में काॅल कर गाली गलौच की। इस पर पुनः नरेन्द्र राठी के मोबाईल नम्बर की काॅल डिटेल निकाली तो इस नम्बर से केवल पूजा राठी को दो काॅल व नरेन्द्र राठी की माॅ कुसुम राठी को तीन काॅल की थी।
गुमशुदा नरेन्द्र राठी के नम्बर से दिनांक 20.07.2020 को पूजा राठी कुशुम राठी को काॅल आना, इसके बाद इसी फोन पर अमन व पूजा की आईडी पर मिले सिम कार्ड का प्रयोग होना व आस पास के लोगो से मिली जानकारी के आधार पर नरेन्द्र राठी की गुमशुदगी में कंही न कंही पत्नी पूजा राठी व अमन कुमार की संलिप्तता होने पर दोनो को पूछताछ हेतु थाने पर लाया गया।
इसकेेेे बाद पुलिस नेे दोनो से सख्ती से अलग-अलग पूछताछ की तो पूजा राठी व अमन कुमार ने अपने जुर्म का इकबाल करते हुये बताया कि हम दोनो ने मिलकर नरेन्द्र राठी ही हत्या की है। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर शव बरामद कर लिया।
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पूछताछ विवरण*
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मेरा पति नरेन्द्र राठी किराये की टैक्सी चलाता था। अक्सर शराब पीकर घर आता था तथा मुझसे आये दिन मारपीट करता था। मैं अमन कुमार जो प्लम्बर का काम करता था को काफी समय से जानती थी तथा हमारा एक दूसरे के घर आना जाना भी लगा रहता है। धीरे धीरे हम दोनो एक दूसरे से प्यार करने लगे थे व हमारे बीच शारीरिक सम्बन्ध भी बनने लगे थे। मेरे पति को हम दोनो के बीच चल रहे रिस्ते को लेकर शक हो गया था। जिस कारण वह मुझसे अत्याधिक लड़ाई झगड़ा व मारपीट करने लगा था। हम दोनो ने मिलकर नरेन्द्र राठी को रास्ते से हटाने की सोची। दिनांक 01.07.2020 को मैने, अमन कुमार को अपने घर पर बुलाया व नरेन्द्र राठी को मारने का प्लान बनाया तथा मारने के बाद उसकी लांश को ठिकाने लगाने के लिये हम दोनो ने घर के अन्दर बनी लैट्रीन सीट को उखाड़कर उसमें गड्डा बना दिया। हम दोनो ने दिन में ही नई लैट्रीन सीट व इसे फिट करने का सामान खरीदकर ले आये थे। इसी दिन शाम को अमन कुमार पहले से ही मेरे घर पर आकर छिप गया था, तथा मैने बच्चो को खाना खिलाकर छत पर सुला दिया था। इसी रात नरेन्द्र राठी शराब के नशे में घर आया तथा घर आकर भी उसने और शराब पी व मैने उसके लिये आमलेट भी बनाया। जब वह काफी नशे में हो गया तो अमन कुमार व मैने दुपट्टे से नरेन्द्र राठी का गला घोटकर मार दिया व उसकी लांश को कट्टे में बांधकर पहले से बनाये गड्डे में दबाकर उसमें नई लैट्रीन सीट व टाईल्स लगा कर सही कर दिया था।
नरेन्द्र राठी को मारने के बाद हमने इसके पास से उसका जियो कम्पनी का सिम कार्ड रख लिया था। जिसे अमन अपने साथ लेकर घर चला गया था। चूंकि नरेन्द्र राठी की खोजबीन काफी तेजी से होने लगी जिस कारण हम दोनो को एक तरकीब सूझी, जिस पर अमन कुमार जियो कम्पनी का एक फोन लेकर हरिद्वार गया और उस फोन पर नरेन्द्र राठी का सिम कार्ड लगाकर दो काॅल मुझे व तीन काॅल कुशुम राठी को की ताकि लोगो को लगे कि नरेन्द्र राठी जिन्दा है व पुलिस का ध्यान हमारी ओर न आये।
*पूछताछ के आधार पर पुलिस टीम द्वारा पूजा राठी व अमन को साथ लेकर इनके घर पर बने लैट्रीन के गड्डे को खुदवाया गया, जिसके अन्दर से नरेन्द्र राठी का शव सड़ी गली अवस्था में बरामद हुआ, जिसका पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम हेतु एम्स हाॅस्पिटल भेजा गया। पूजा राठी के पास से झूठी सूचना देने के लिये प्रयुक्त जियो कम्पनी का मोबाईल फोन व अमन कुमार के कब्जे से इसी जियो फोन में चला जियो कम्पनी का एक अन्य सिम कार्ड बरामद हुआ। अमन कुमार की तलाशी में दो कागज भी बरामद हुये, जिसमें क्रमशः नरेन्द्र राठी व कुसुम राठी का मोबाईल नम्बर लिखा हुआ था।*