देहरादून, businessthought.page बाइक का चालान कटवाने से बचने को एक बुजुर्ग को अपनी जान देकर कीमत चुकानी पड़ी। पुलिस से बचने को आशा रोड़ी के जंगल में सारी रात बुजुर्ग भटकता रहा। सुबह परिजनों को मिला तो कुछ ही देर में पानी पीने के बाद उसने दम तोड़ दिया।
क्लेमेंटाउन पुलिस के अनुसार वही के निवासी तौहीद ने देर रात पुलिस को सूचना दी कि वह अपनी पत्नी और ससुर नसीम के साथ दोपहर बाद करीब 3:00 बजे मोटरसाइकिल से देहरादून से सहारनपुर जा रहे थे। आशा रोड़ी के पास वन विभाग की चौकी से पहले पुलिस चेकिंग को देखते हुए उन्होंने अपने ससुर को बाइक से उतारकर जंगल के रास्ते होकर आशा रोड़ी चौकी से आगे मिलने को कहा और खुद बाइक से चौकी से आगे पहुंच गए।
पुलिस के मुताबिक वह काफी देर इंतजार करते रहे लेकिन उनके ससुर वहां नहीं पहुंचे तो उन्होंने खुद उनकी तलाश की जब नहीं मिले तो पुलिस को सूचना दी। इसके बाद Clement Town थाने की पुलिस और वन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से मिलकर बुजुर्ग की तलाश की लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। पुलिस ने बताया कि आज सुबह बुजुर्ग के परिवार वालों ने थाने में सूचना दी कि बुजुर्ग नसीम उन्हें सुबह 10:30 बजे जंगल में भटकते हुए मिल गए। इसके बाद उन्होंने परिवार वालों से पीने के लिए पानी मांगा लेकिन पानी पीने के कुछ देर बाद ही उनकी तबीयत खराब हो गई और वहीं पर उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस को परिवार वालों ने बताया कि वह दिल के मरीज थे और लंबे समय से बीमार थे। इस मामले पुलिस ने दूसरे एंगल से भी जांच शुरू कर दी है।