देहरादून. उत्तराखंड में शराब की दुकानों को पूर्ण रूप से बंद कराने की मांग को लेकर केशर जन कल्याण समिति ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है.
ज्ञापन में मांग की गई कि जहाँ एक ओर विश्व स्वास्थ्य संगठन, भारत सरकार व उत्तराखंड सरकार रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु योग, प्राणायाम, व शारीरिक व्यायाम करने तथा हर प्रकार के व्यसनों व शराब से दूर रहने की बातें कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ने दिनांक 4 मई 2020 से राज्य की सभी प्रकार की मदिरा की दुकानों को खोलने का आदेश पारित कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर व क्षीण करने का काम कर आमजनता में भय व आक्रोश का माहौल बनाने का काम कर दिया है, जबकि राज्य में दशकों से पूर्णतः शराबबंदी को लेकर स्वंय सेवी संस्थायें, आमजनता व महिला संगठन आज भी ऑन्दोलनरत हैं।
मदिरा की दुकानों का 40 दिन की तालाबंदी के बाद खुलने से भारी संख्या में लोग शराब की दुकानों पर टूट पड़े हैं जिससे सोशियल डिस्टेसिंग की सरेआम धज्जियां उड़ती हुई दिखाई दे रही हैं। यदि शराब बंदी की सरकार की मंशा नहीं है तो कोरोना महामारी के टीका बनने व इस बीमारी के खात्मे तक राज्य में सभी शराब की दुकानों को पूर्णतः बंद रखने की कृपा करें। इस पुण्य कार्य को अमलीजामा पहनाने पर सभी सच्चे राज्यभक्त व राज्य की ईमानदार व मेहनतकश जनता आपकी ऋणि रहेगी।
धन्यवाद
अमित वर्मा,एडवोकेट
सचिव
"अपील"संस्था
एन के गुसाईं एडवोकेट
अध्यक्ष
केशर जन कल्याण समिति देहरादून