रेलवे की काम की खबर : ट्रेनों में मिलने वाला गरम-गरम खाना अब बनकर रह जाएगा सपना

देहरादून.businessthought.page विश्व के साथ-साथ भारत में भी कोई व्यवसाय, नौकरी या ऐसा कोई वर्ग नहीं बचा है, जो कोरोना वायरस के प्रभाव में ना आया हो. यहां तक की इसने देश के सबसे अधिक शक्तिशाली रेलवे विभाग की व्यवस्थाओं को भी बदल कर रख दिया है. आलम यह हो गया है कि यदि एसी ट्रेन में किसी को सफर करना है तो उसे पहले की तरह कंबल, चादर, तकिया कुछ नहीं मिलेगा. यहां तक की ट्रेन के अंदर रेलवे की ओर से प्रदान किया जाने वाला गरम-गरम खाना भी एक सपने की तरह रह जाएगा. यह बात खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कही है. 


सालों पहले जब लोग ट्रेनों में सफर करते थे तब वे अपना बोरिया बिस्तर साथ लेकर चलते थे. जी हां, अब वही समय फिर दोबारा लौटकर आ गया है. यदि आपको 1 दिन से अधिक समय का सफर ट्रेन से करना है तो आपको ट्रेन में अपने सोने का इंतजाम स्वयं ही करना होगा. कोरोना संक्रमण फैलने के डर के कारण रेलवे कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है. इसी के तहत यात्रियों को अब कोई भी चादर तकिया या कंबल नहीं दिया जाएगा.


रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि अब ट्रेनों के भीतर मिलने वाले गरम-गरम गरम खाने की सुविधा ज्यादा समय तक नहीं चल पाएगी. क्योंकि कोरोना वायरस का खतरा इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि खाने के माध्यम से भी संक्रमण फैल सकता है. इसलिए फिलहाल इस सुविधा को रोका जाएगा.