जब भी जीवन में घनघोर अंधेरा लगे, समझो रोशनी होने वाली है : शिवानी कौशिक गुप्ता


* सर्व महिला शक्ति समिति निभा रही सेवा का फर्ज   


देहरादून. 'सर्व महिला शक्ति समिति', जी हां जैसे नाम से ही आभास हो जाता है कि समाज की प्रत्येक वर्ग की महिला शक्ति. लेकिन कलयुग के इस दौर में महिलाओं को उनकी शक्ति याद दिलाने की जरूरत आन पड़ी है. इसके लिए जिम्मेदारी भरा एक प्रयास कर रही हैं शिवानी कौशिक गुप्ता. 


                              शिवानी बताती हैं कि वह 2009 से ही समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय रही हैं. वह कहती हैं पहले हमारी समिति का दूसरा नाम था. उसके बाद 2016 में सर्व महिला शक्ति समिति का नाम रजिस्टर्ड कराया गया. तब से सेवा कार्यों में और तेजी आ गई. अभी तक हम कई ऐसे परिवारों की लड़कियों की शादियां करा चुके हैं, जो स्वयं सक्षम नहीं थे. विशेषकर जौनसार क्षेत्र की कई ऐसी निर्धन परिवारों की लड़कियां थी, जो बड़ी मुश्किल भरी जिंदगी जी रही थी. समिति ने उनका भी पूरा साथ दिया. उनका इलाज कराया और उनके बैंक खाते भी खुलवाए. आज वे अच्छा जीवन यापन कर रही हैं.


समिति का उद्देश्य है कि चाहे किसी भी वर्ग की महिलाएं हो, हम उनकी प्रत्येक प्रकार की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं. इसके लिए लड़कियों को सिलाई, कढ़ाई, बुनाई सिखाने से लेकर डांसिंग क्लासेस तक में जाने के लिए हम प्रेरित करते हैं. यहां तक कि महिलाओं को उनके परिवारों के लिए राशन इत्यादि के अलावा अन्य स्वयं की उनकी जरूरतें भी समिति की ओर से पूरी की जाती है. 


शिवानी कहती हैं इस समय कोरोना के संकट में भी उनकी समिति जरूरतमंदों की सेवा के लिए तत्पर है. अभी भी जहां पर राशन, मास्क, sanitizer की जरूरत पड़ती है वह किसी भी समय उपलब्ध कराती हैं. अब तक काफी संख्या में उन्होंने यह सामान उपलब्ध कराया है. 


एक सवाल के जवाब में शिवानी कहती हैं महिलाएं चाहे अमीर घराने में पैदा हो या गरीब परिवार में, उनकी शक्ति को कभी भी कमतर करके नहीं आंकना चाहिए. जरूरत होती है सही समय पर उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराने की. बड़े बुजुर्ग कहते हैं यदि नियत साफ हो तो भगवान स्वयं आपकी सफलता के रास्ते खोल देते हैं. इसलिए मैं प्रत्येक महिला से यह कहना चाहूंगी कि हमेशा आशावादी बने. क्योंकि चाहे जीवन में कितना भी घनघोर अंधेरा क्यों ना लगे, समझ लेना चाहिए कि रोशनी होने वाली है.