देहरादून businessthought.page केंद्रीय विद्यालयों के शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करने का नया तरीका अपनाया है. केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक 12 दिसंबर को उत्तराखंड सहित पूरे देश मैं अपने स्कूलों में शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करेंगे साथ ही छात्र-छात्राओं को पढ़ाएंगे भी.
अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ (AIKVTA) मुख्यालय एवं इंडियन पब्लिक सर्विस फेडरेशन के आव्हान पर देहरादून संभाग के विभिन्न स्कूलों में शिक्षक 12 दिसंबर को काला रिबन बांधकर आंदोलन के प्रथम चरण का देशभर में आगाज करेंगे ।
संघ के देहरादून संभाग के अध्यक्ष डी एम लखेडा ने बताया कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिसमें प्रमुखतय एमएसीपी का लाभ, मृत्यु और सेवानिवृत्ति पर पेंशन नियम 1972 का लाभ प्रदान करना , नये कर्मचारियों के लिये पुरानी पेंशन योजना लागू करना, केंद्रीय स्वास्थ्य योजना (CGHS)का लाभ देना ,पदोन्नति पर 25% डीपीसी एवं 25% सीमित विभागीय परीक्षा का लाभ देना ,4 वर्ष से रोके गए बोनस तथा सातवें वेतनमान के एरियर की बकाया राशि का भुगतान, शिक्षा का अधिकार नियम के तहत छात्र शिक्षक अनुपात सुनिश्चित करना, प्रोजेक्ट विद्यालयों के शिक्षक एवं कर्मचारियों को समय से वेतन मिलना सुनिश्चित करना , संघ के पत्रों पर तुरन्त कार्यवाही करना तथा शिक्षकों का उत्पीड़न बंद करना ,सीपीएफ धारकों को जीपीएफ में बदलना , प्राथमिक शिक्षकों को उच्चतर वेतनमान का लाभ देना, और अन्य शिक्षको को पदौन्नति का लाभ देना आदि मुख्य मांगे शामिल है के समर्थन में शिक्षक विरोध स्वरूप काला रिबन बांधकर बिना शिक्षण कार्य प्रभावित किए अपनी इन मांगों के संबंध में न्याय की गुहार सरकार से लगाएंगे ।
यही नहीं स्कूल के उपरांत शिक्षक विद्यालय गेट पर एकत्रित होकर गांधीवादी तरीके से 30 मिनट का मौन प्रदर्शन भी करेंगे तथा मौन प्रदर्शन के बाद शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय विद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय में तैनात अधिकारियों के माध्यम से उच्चाअधिकारियों को माननीय मानव संसाधन विकास मंत्री के नाम प्रेषित ज्ञापन सौंपेंगे.