देहरादून, केंद्र सरकार की ओर से प्राइवेट वाहनों पर लगाए गए टैक्स के विरोध में देहरादून में बुधवार की सुबह से चक्का जाम का असर दिखना शुरू हो गया है.
सुबह 8: 00 बजे तक जगह-जगह सड़कों पर मोहल्लों में लोग अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए स्कूली ऑटो के इंतजार में खड़े दिखाई दिए लेकिन जब ऑटो नहीं आए तो लोग खुद ही अपने बच्चों को अपने वाहनों से स्कूलों तक छोड़ने पहुंचे. यह आलम पूरे शहर का रहा. घंटाघर, राजपुर रोड, तिलक रोड, त्यागी रोड, चंदननगर, रेसकोर्स नेहरू कॉलोनी आदि इलाकों में लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
दूसरी तरफ हरिद्वार रोड स्थित रिस्पना पुल के पास पहाड़ पर जाने वाली ट्रैक्टर जीप कमांडर भी बंद रहे उन्होंने अपनी सेवाएं नहीं दी जिस कारण वहां पर यात्रियों का जमावड़ा लगा रहा काफी संख्या में लोग को परेशानी का सामना करना पड़ा सभी लोग रोडवेज की बसों की इंतजार करते रहे जिस कारण बसों में काफी भीड़ रही. मौके पर लोगों का कहना था कि केंद्र सरकार को अपने नियमों में कुछ बदलाव करना चाहिए इतनी भारी राशि अदा करना वाहन चालकों के बस का नहीं है. हालांकि कुछ लोगों ने केंद्र सरकार की ओर से लिए गए इस फैसले का स्वागत भी किया उनका कहना था कि जब तक डर नहीं हुआ तब तक कानून का पालन भी नहीं होगा और सड़क दुर्घटनाओं पर तभी रोक लग सकती है जब वाहन चालकों को इस बात का भय रहेगा कि उनकी जरा सी गलती के परिणाम उनको बहुत भारी पड़ सकते हैं.